अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी सुजलॉन एनर्जी मे हाल ही में महत्वपूर्ण तेजी (upper circuit ) देखने को मिला है हैं, इसके मुख्य कारण है :
1. नए ऑर्डर: सुजलॉन ने हरित इस्पात उत्पादन के लिए पवन ऊर्जा की आपूर्ति के लिए जिंदल रिन्यूएबल्स से 400 मेगावाट का बड़ा ऑर्डर हासिल किया है। यह सौदा औद्योगिक क्षेत्र में भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक पवन ऊर्जा ऑर्डर का हिस्सा है।
2. विस्तार: कंपनी ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के साथ 1.16 गीगावॉट के अपने अब तक के सबसे बड़े ऑर्डर की घोषणा की। इसमें उन्नत तकनीक से लैस 370 पवन टरबाइन स्थापित किए जाएंगे।
3. वित्तीय कदम: मुख्य परिचालन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए, सुजलॉन ने सेल-लीजबैक सौदे में अपना पुणे मुख्यालय ₹440 करोड़ में बेच दिया।
4. बाजार का प्रदर्शन: पिछले वर्ष के दौरान, सुजलॉन के स्टॉक ने लगभग 300% की वृद्धि के साथ असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। हालाँकि, नियामक अद्यतनों और बाज़ार रुझानों के बाद हाल ही में उतार-चढ़ाव हुए हैं। ये घटनाक्रम भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परिवर्तन में सुजलॉन की बढ़ती भूमिका को उजागर करते हैं।
हाल ही में Suzlon का शेयर कई बार अपर सर्किट पर पहुंचा, इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
1. मजबूत ऑर्डर बुक: Suzlon ने NTPC और Jindal Renewables जैसी बड़ी कंपनियों से बड़े ऑर्डर हासिल किए। NTPC से मिले 1.16 GW के ऑर्डर और Jindal Renewables से 400 MW के ऑर्डर ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है।
2. अच्छे वित्तीय परिणाम: कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में मजबूत प्रदर्शन दिखाया, जिससे स्टॉक में सकारात्मक मूड आया।
3. डील्स और सुधार: Suzlon ने अपनी मुख्य कार्यक्षमता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने पुणे स्थित कॉर्पोरेट ऑफिस को ₹440 करोड़ में बेचने का निर्णय लिया, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई।
4. नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में वृद्धि: ग्रीन एनर्जी की बढ़ती मांग और सरकार की नीतियों से Suzlon जैसे नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों को फायदा हो रहा है।
इन कारणों से Suzlon का स्टॉक निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना और इसका शेयर अपर सर्किट तक पहुंचा।
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