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viral infection |
आज के समय में ग्रामीण क्षेत्र हो या शहर या हमारे आस पास का वातावरण हर जगर प्रदूषण फैला हुआ है आये दिन हमारे वातावरण में जहर घुल रहा है | अब तो जो हवा या ऑक्सीजन हम लेते है वो भी शुध्द नहीं रह गया है ,वातावरण में प्रदूषण फैलाने के साथ साथ छोटे छोटे जीव जैसे virus,bacteria,protozoaऔर भी छोटे छोटे जीव active होते जा रहे है और पहले से ज्यादा resistance के साथ जिनपर दवाओ का असर जल्दी नहीं होता है | ऐसे वातावरण में हम बहुत सारे रोगों से ग्रस्त हो जाते है |
ऐसे में हमें पहले से सतर्क रहना चाहिए और इन छोटे छोटे जीवो से होने वाले रोगों के बारे में जानना चाहिए की यह किस जीव के कारण हुआ है इसके कौन कौन से लक्षण है ताकि हम प्रारम्भिक अवस्था में घरेलु उपचार कर सके और इनसे बच सके |
आज मै केवल virus द्वारा होने वाले रोग,उससे प्रभावित होने वाले अंग ,उस रोग के लक्षण के बारे में बताएँगे |
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galsua infected |
1- गलसुआ galsua(mumps)
प्रभावित अंग (infected human part):-
पेरोटिड लार ग्रंथियाँ (parotid salivary glands)गले के जबड़े में बहार की तरफ उभार आना और टाइट हो जाना |जिससे जबड़ा हिलाने पर pain होना |
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
लार ग्रंथियों में सूजन,अग्न्याशय ,अंडाशय और वृषण (sterility)होने का भय रहता है |
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flu infected |
2- फ्लू या इन्फ्लुएंजा (flu or influenza)
प्रभावित अंग (infected human part):-
श्वसन तन्त्र (respiratory system )
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
ज्वर शरीर में पीड़ा ,सिरदर्द ,जुकाम ,खाँसी |
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rebies infected |
3- रेबीज या हाइद्रोफोबिया (rabies or hydrophobia)
ये पागल कुत्ते के काटने से होने वाला रोग है ये virus कुत्ते के लार में होता है |
प्रभावित अंग (infected human part):-
तन्त्रिका तन्त्र (narvous system)
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
पीड़ा ,ज्वर ,पानी से अत्यधिक भय ,मांसपेशियों तथा श्वसन तन्त्र में लकवा ,बेहोशी ,बेचैनी ,यह घातक रोग है |
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herpes infected |
4- हरपीस(herpes)
प्रभावित अंग (infected human part):-
त्वचा (skin) ,स्लेष्मकला
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
त्वचा में जलन ,बेचैनी ,शरीर पर फोड़े I
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encephalitis |
5- मस्तिष्क शोथ या एन्सेफैलिटीस (encephalitis)
प्रभावित अंग (infected human part):-
तन्त्रिका तन्त्र (narvous system)
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
पीड़ा ,ज्वर ,दृष्टि-दोष ,अनिद्रा ,मांसपेशियों तथा श्वसन तन्त्र में लकवा ,बेहोशी ,बेचैनी ,यह घातक रोग है |
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trachoma infected |
6- रोहे या ट्रेकोमा (trachoma)
प्रभावित अंग (infected human part):-
नेत्र
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
नेत्रों में सूजन ,जलन तथा पानी का बहना |
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body infected by measles |
7- खसरा (measles)
प्रभावित अंग (infected human part):-
सम्पूर्ण शरीर (whole body)
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
पीड़ा ,ज्वर ,सम्पूर्ण शरीर में खराश ,नेत्रों में जलन ,आँख और नाक से द्रव का बहना |
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smallpox infection |
8- चेचक (small pox)
प्रभावित अंग (infected human part):-
सम्पूर्ण शरीर (whole body) विशेषकर चेहरा तथा हाथ पैर
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
पीड़ा ,ज्वर ,जलन ,बेचैनी , सम्पूर्ण शरीर पर फफोले |
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polio infected |
9- पोलियो (polio)
भोजन व पानी के साथ शरीर में प्रवेश करने वाला विषाणु
प्रभावित अंग (infected human part):-
तन्त्रिका तन्त्र (narvous system) स्पाइनल कार्ड के motar तन्त्रिका की क्षति
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
मांसपेशियों के संकुचन में अवरोध तथा हाथ व पैरो में लकवा |
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aids symbol |
10- एड्स (aids)
प्रभावित अंग (infected human part):-
सम्पूर्ण शरीर (whole body)
रोग के लक्षण (symptoms of viral desease):-
कमजोरी ,प्रतिरोध शक्ति की समाप्ति ,श्वेत रक्त कणिकाओ का क्षय होना
Good article
जवाब देंहटाएंthank you
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