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DNA Finger-Printing forensic science डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्टिंग

 डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्टिंग (DNA Finger-Printing) 

प्रत्येक व्यक्ति का एक निश्चित अभिलाक्षणिक (characteristic) DNA पैटर्न (pattern) होता है जो किसी भी अन्य व्यक्ति से भिन्न होता है।

DNA अणु में क्षारकों का अनुक्रम, DNA पैटर्न कहलाता है। प्रत्येक व्यक्ति के DNA अणुओं में क्षारकों का अनुक्रम, अद्वितीय (unique) होता है। यह व्यक्ति की सभी कोशिकाओं के DNA के लिए समान होता है और

किसी भी विधि या उपचार द्वारा इसमें परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। किसी व्यक्ति के DNA पैटर्न के सम्बन्ध में सूचना उसका डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्ट कहलाता है, और DNA नमूनों का मेल (matching) कराने की तकनीक

डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्टिंग (DNA finger printing) कहलाती है। डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्टिंग का उपयोग किसी DNA नमूने के स्रोत की और व्यक्ति की पहचान करने में किया जा सकता है। 

forensic science

फिंगरप्रिंट एक मानव उंगली की किसी सतह पर घर्षण लकीरों द्वारा छोड़ा गया एक छाप है। अपराध स्थल से आंशिक उंगलियों के निशान की प्राप्ति फोरेंसिक विज्ञान की एक महत्वपूर्ण विधि है। उंगली पर नमी या ओइली के परिणामस्वरूप कांच या धातु जैसी सतहों पर उंगलियों के निशान बन जाते हैं। 

संपूर्ण उंगलियों के निशान को छाप स्याही या अन्य पदार्थों द्वारा प्राप्त की जा सकती है जो घर्षण लकीरों की चोटियों से चिकनी सतह जैसे कागज पर स्थानांतरित हो जाती हैं।

दो उंगलियों के निशान का मिलान सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली और सबसे विश्वसनीय बायोमेट्रिक तकनीकों में से एक है। फ़िंगरप्रिंट मिलान फ़िंगरप्रिंट की अद्वितीय (unique)और एक स्पष्ट विशेषता  है।

फ़िंगरप्रिंट पहचान, जिसे डैक्टिलोस्कोपी(dactyloscopy) या हाथ प्रिंट पहचान के रूप में जाना जाता है, मानव उंगलियों या पैर की उंगलियों, या यहां तक ​​कि हाथ की हथेली या पैर के तलवों से घर्षण के दो उदाहरणों की तुलना करने की प्रक्रिया है। , 

यह निर्धारित करने के लिए कि क्या ये इंप्रेशन एक ही व्यक्ति के हैं अथवा नहीं । फ़िंगरप्रिंट पहचान का मतलब है कि कोई भी दो अंगुलियों या हथेली के निशान कभी भी किसी भी व्यक्ति का हर विवरण में बिल्कुल एक जैसे नहीं हो सकते हैं; 

यहां तक कि एक ही हाथ से एक-दूसरे के तुरंत बाद रिकॉर्ड किए गए दो इंप्रेशन भी थोड़े अलग हो सकते हैं फिंगरप्रिंट पहचान, जिसे वैयक्तिकरण भी कहा जाता है, में एक विशेषज्ञ या एक विशेषज्ञ कंप्यूटर सिस्टम शामिल होता है जो थ्रेशोल्ड स्कोरिंग नियमों के तहत काम करता है, 

यह निर्धारित करता है कि दो फ़िंगरप्रिंट छापों की उत्पत्ति एक ही उंगली या हथेली या पैर की अंगुली या तलवों से होने की संभावना है या नहीं 

DNA फिंगर प्रिन्टिंग का व्यक्ति की पहचान करने में उपयोग बहुत महत्त्वपूर्ण है। डी०एन०ए० फिंगर प्रिन्टिग के कुछ उपयोग निम्न हैं

  • अपराधों को हल करना। solving crimes.
  • अपराधी का दोष सिद्ध करना। To prove the guilt of the offender.
  • संदिग्ध अपराधी को दोषमुक्त सिद्ध करना। To acquit the suspected offender
  • भूकम्प, बाढ़ आदि महाविपदाओं द्वारा मारे गए व्यक्तियों की पहचान करने में सहायता। Assistance in identification of persons killed by major calamities like earthquake, flood etc.
  • बच्चों का पितृत्व (paternity) निर्धारित करने और उसे मान्यता दिलाने में। To determine and recognize the paternity of children.
  • दुष्कर्म करने वाले व्यक्ति की पहचान करने और उसका दोषसिद्ध करने में।To identify and convict the person who committed the misdemeanour.


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